इन्द्रकील पर्वत वाक्य
उच्चारण: [ inedrekil pervet ]
उदाहरण वाक्य
- दिव्यास्त्रों की प्राप्ति के लिए अर्जुन तपस्या करने इन्द्रकील पर्वत पर चले गये।
- अर्जुन अपनी यात्रा पर निकल गये! अवसर का उपयोग कर रहे थे-इन्द्रकील पर्वत पर तप में रत थे-दिव्यास्त्रों की प्राप्ति हेतु.
- महाभारत काल में अर्जुन ने भी यही इन्द्रकील पर्वत की गोद में तपस्या की थी, जिस पर भगवान शिव ने प्रसन्न होकर उसे पाशुपत अस्त्र दिया था।
- अन्य कथा अनुसार महाभारत के समय कैलाश का नाम इन्द्रकील पर्वत था इसी स्थान पर भगवान शंकर ने अर्जुन की परीक्षा ली और अर्जुन को युद्ध के लिए ललकार परंतु भगावान की लीला का आभास होते ही अर्जुन ने उनसे क्षमा मांगी तथा उनका आहवान किया इससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने अर्जुन को पाशुपात भेंट किया.
- बीच-बीच में कुछ वार्तालाप हो जाता था. ' कितना गहन वन. ' पांचाली बोल उठी, ' यहाँ तो वन्य-जीव रहते होंगे? ” अर्जुन आगे बढ़ आये, ' हाँ छोटे-बड़े सब. यहीं तो वन-शूकर के कारण भगवान पशुपति से झड़प हुई थी मेरी, और फिर पाशुपत अस्त्र की प्राप्ति. ' ' अच्छा! ' पार्थ के चले हुये रास्ते हैं ये, इधर ही तपस्या करने इन्द्रकील पर्वत पर आये थे.